पडौली में आज जलसा ए सीरत के साथ मनाया जायेगा दाता साहब का सालाना उर्स।
यह उर्स अमन शांति का पैगाम देता है।
हसनपुरा प्रखंड के पडौली गांव में अब्दुल करीम दाता शाह रहमतुल्लाह अल्लेह का सालाना उर्स अकीदत के माहौल में आज मनाया जायेगा। इस दौरान आयोजित जलसा ए सीरत में पैगंबर ए इस्लाम की जिंदगी को नमूना बताकर जिंदगी गुजारने का लोगों को सबक दिया जायेगा। अकीदतमंदो के जरिए मजार पर आज फूल मालाएं चढ़ाकर अमन और चैन की दुआ मांगी जाएगी।
पडौली में अब्दुल करीम दाता शाह रहमतुल्लाह अल्लेह के मजार पर उर्स का आगाज जलसा ए सीरत के साथ आज मनाया जायेगा। इस वक्त इस्लाम साई (खादिम) ने कहा कि अल्लाह ने पैगंबरे इस्लाम को दुनिया के लिए रहमत बनाकर भेजा है। इसलिए लोग उनकी जिंदगी को अपने लिए नमूना बनाएं और उनके दिए गए इंसानियत के पैगाम पर अमल करें। उन्होंने कहा कि इल्म हासिल करना मुसलमानों को फर्ज करार दिया गया है। जब इल्म होगा तो इंसानियत का जज्बा पैदा होगा और बुराइयां दूर रहेंगी। खादिम इस्लाम साई ने कहा कि सूफियों ने पैगंबरे इस्लाम की तालीम पर अमल किया और सबको गले लगाया। यही वजह है कि उनके मजारों पर बिना भेदभाव के लोग हाजिरी देने को आते हैं।
इस मौके पर कव्वाली का भी नज़्म रखा गया है। इसमें मोहतरमा नगमा वारसी जो बनारस से चलकर तशरीफ ला रही है। दूसरे कव्वाल के रूप इस्तेखार अहमद जो देवासरिफ से तशरीफ ला रहे है।
इस उर्स को कामयाब बनाने में फलपुरा पंचायत के मुखिया बिपिन सिंह, सरपंच, कन्हैया साह, इस्लाम साई, गुलरेज साई, बिगन मिया,अब्दुल रहीम,राजन अली, हजरत साई, नईम साई वगैरह हजरात पेश पेश है।
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