सिवान संवाददाता हसनपुरा प्रखंड के पडौली गांव में नहर का बांध टूटने से कई एकड़ में फैले धान के खेत में पानी घुस गया है। पडौली पुल के समीप नहर का पूर्वी बांध टूटे गया जिसके कारण किसानों को के फसल को काफी नुकसान पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है की गंडक विभाग द्वारा देखभाल के लिए पहले चौकीदार नियुक्त किया गया था। जो समय समय पर नहर में आने होने वाली कटाव को अधिकारियों को सूचित करता था जिसे समय से पहले मरम्मती करा लिया जाता था। लेकिन अब किसी कर्मचारी के नही होने से विगत तीन साल से लगातार नहर का बांध टूट जाता है जिसके कारण हर साल किसानों की फसल को काफी नुकसान होता है। ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार की रात्रि में नहर का बांध टूट गया। जिससे खेत जलमग्न हो गया है। सैकड़ों एकड़ धान के खेत में पानी घुस गया है। इसकी जानकारी सुबह में तुरंत नहर के विभाग को दी गई। जिसके बाद विभाग की नींद खुली और आनन फानन में किसी पानी को रोक दिया गया। हालाकि अभी भी पाइप नही लगाने से बांध टूटने की संभावना बनी हुई है।
लोगों ने यह भी बताया कि महिनों से इस बांध पर पानी का रिसाव लगातार हो रहा था। चौकीदार नही होने से कुछ असामाजिक तत्वों का भी नहर पर कब्जा बना हुआ है। कुछ लोगों का कहना है की शायद चूहा द्वारा बिल बनाने के कारण ऐसा हो रहा था। लेकिन रविवार की रात्रि में अचानक बांध टूट गया। समय पर पानी बंद नही होता तो सैकडों एकड़ में फैले धान का फसल बर्बाद हो जाता। वही गंडक विभाग के जेई ने बताया कि बांध टूटने की जानकारी मिली है। जानकारी मिलते ही नहर का पानी सुबह में ही बंद करा कर मरम्मती का कार्य शुरू कर दिया गया है।