Siwan बिहार का लोकप्रिय और लोक आस्था का महापर्व छठ कल से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए छठ व्रती पूर्णरूप से तैयार हो चुके है। लेकिन विडंबना है की पडौली का छठ घाट कचड़े और जर्जर अवस्था का रोना आज भी रो रहा है। पडौली गांव के इस घाट पर हजारों की संख्या में छठव्रती 30 अक्टूबर को शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य और 31 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे लेकिन स्थिति यह है की इस घाट पर गंदगी के कारण पैर रखने तक का जगह नही है।
हसनपुरा प्रखंड स्थित पडौली का यह छठ घाट कई चुनावो से चुनावी मुद्दा भी बनते आ रहा है। ऐसा नही है की कोई जनप्रतिनिधि घाट बनवाने का बात नही करता है जब चुनाव आता है यहां की भोली भाली जनता को छठ घाट मरम्मती का आश्वासन मिलता है। पर यहां की जनता को ये पता नहीं की नेताओ का वादा न आज तक पूरा हुआ है और न ही कभी पूरा होगा।
जनप्रतिनिधि को छोड़ दिया जाए तो हसनपुरा प्रखंड के पदाधिकारी भी कहा पीछा रहने वाले है। आज तक कोई पदाधिकारी इसकी सुध लेने तक नही आया है। की इस गांव में कही पोखरा तलब है भी या नहीं। बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार इस लोक आस्था के पर्व छठ के प्रति काफी संवेदनशील नजर आ रहे है। लगातार वह कई घाटों का दौरा कर रहे है और जरूरी कार्य को सम्पन्न कराने के लिए लगातार प्रयासरत है। लेकिन सरकार के पदाधिकारी ऐसे मौके पर भी कुंभकर्णी नींद में सोये हुए है।