वर्तमान भारत संवाददाता नोएडा में सेक्टर 93A. यहां भ्रष्टाचार के बलबूते खड़े 32 मंजिला और 103 मीटर ऊंचाई वाले ट्विन टावर पिछले कई दिनों से चर्चा में हैं। इस ट्विन टावर को गिराए जाने के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। ट्विन टावरों को गिराने में महज कुछ घंटे बाकी हैं। यहां आसपास की सोसायटियों में अभी भी पिलर्स को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। कल यानी रविवार दोपहर ठीक 2.30 बजे इस ट्विन टावर को महज 12 सेकेंड के अंदर जमींदोज कर दिया जाएगा। संबंधित कंपनी ने इस संबंध में तैयारियां पूरी कर ली हैं।
आखिर क्यों जमींदोज होगा ट्विन टावर।
दरअसल, एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के बायर्स ने ट्विन टावर को बनाने में की गई नियमों की अनदेखी को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की। ट्विन टावर के बगल की सोसायटियों में रहने वाले लोगों का कहना था कि इसे अवैध तरीके से बनाया गया है। कोर्ट में मुकदमा लड़ने वालों का कहना है कि यह लंबी लड़ाई थी। इसे लड़ना इतना आसान भी नहीं था। जब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ट्विन टावर को अवैध घोषित कर इसे गिराने का आदेश दिया तो रियल स्टेट के सेक्टर में बायर और बिल्डर के बीच हुई कानूनी लड़ाई में इसे बड़ी जीत के तौर पर देखा गया।
सुपरटेक बिल्डर ने हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिया। बिल्डर की तरफ से नामी वकील मुकदमा लड़े। लेकिन बायर्स ने हार नहीं मानी और अंततः सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को सही माना और इसे तीन महीने के अंदर यानी नवंबर 2021 को इसे गिराने का आदेश दिया। लेकिन बीच-बीच में किसी न किसी वजह से मामला टलता गया। अब जाकर 28 अगस्त 2022 को दोपहर ढाई बजे इसे गिरा दिया जाएगा।