बिहार में डेंगू अब पूरी तरह से बेकाबू हो चुका है। सुरते हाल यह है कि अब कई सरकारी अस्पतालों डेंगू वार्ड में बेड की कमी भी पड़नी शुरू हो गयी है। कई जिलों में डेंगू मरीज अस्पतालों के अलग अलग वार्ड में जगह बनाकर शिफ्ट किए जा रहे हैं। राजधानी पटना में डेंगू पीड़ितों की संख्या ने पिछला सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया। गुरुवार को पटना में डेंगू के कुल 436 मरीज मिले जो अबतक एक दिन में मिले पीड़ितों की संख्या में सर्वाधिक है।
इससे पहले एक दिन में सबसे अधिक 330 पीड़ित मंगलवार को मिले थे। पटना में अब कुल पीड़ितों की संख्या ने भी पिछला सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सरकारी आंकड़े के अनुसार पटना में कुल पीड़ितों की संख्या 4129 हो गई है। गुरुवार को अजीमाबाद में सबसे ज्यादा 133, बांकीपुर में 60, कंकड़बाग और पटना सिटी में 28-28, एनसीसी में 21 और पाटलिपुत्र क्षेत्र में 20 संक्रमित मिले। अस्पतालों में बेड के लिए भी भीड़ जुटनी शुरू हो गयी है। वहीं सूबे के कई जिलों में डेंगू पीड़ितों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। जिला अस्पतालों में औसत 10 मरीज हर जिले में सामने आ रहे हैं। ऐसे में आगामी दिनों में राजधानी पटना के अलावा कई जिलों में मरीजों को बेड के लिए भटकना पड़ सकता है।
पीएमसीएच और आईजीआईएमएस जैसे बड़े अस्पतालों के डेंगू वार्ड में मरीज भरे पड़े हैं। वहीं निजी अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे हैं। डेंगू पीड़ितों में बच्चों की संख्या बढ़ती देख पीएमसीएच में 18 बेड का पेडियाट्रिक डेंगू वार्ड तैयार किया गया है। इस वार्ड के 16 बेड भर भी गए हैं। पीएमसीएच में कुल 125 बेड डेंगू पीड़ितों के हो गए हैं। आईजीआईएमएस में 38 और पीएमसीएच में 43 डेंगू पीड़त भर्ती हैं। रूबन, पारस और मेदांता जैसे बड़े अस्पतालों में डेंगू पीड़ितों से बेड भर गए हैं।