नही रहे शिवशिष्य परिवार के जनक साहेब हरिंद्रा नंद।
11 बजे के बाद लोग कर सकेंगे पार्थिव शरीर का दर्शन
शिव शिष्य परिवार के जनक स्वामी हरिंद्रानंद जी नहीं रहे। रविवार तड़के 3 बजे उनका निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। पहले रांची के पारस अस्पताल में उपचाराधीन रहे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। वहां से एक दिन पूर्व पल्स आस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने तड़के तीन बजे अंतिम सांस ली। स्वामी हरिंद्रानंद जी का देश भर में करोड़ों अनुयायी हैं। बिहार प्रशासनिक सेवा से अवकाश ग्रहण के बाद से पूरी से धर्म-अध्यात्म को समर्पित हो गए थे। हालांकि, अध्यात्म के प्रति उनकी गहरी रुचि बचपन से ही थी।
दो दिन पहले दिल का दौरा पड़ने की वजह से उन्हें पारस हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था। उनके हार्ट में ब्लॉकेज पाया गया था। एंजियोग्राफी के लिए उन्हें बाहर ले जाने की तैयारी चल रही थी, लेकिन इसके पूर्व ही उन्होंने देह त्याग दिया। एक दिन पूर्व ही उन्हे पल्स में दाखिल कराया गया था।
उनके बड़े बेटे अर्चित आनंद ने बयान जारी कर बताया कि साहब श्री हरिंन्द्रानंद जी का पार्थिव शरीर उनके निवास स्थल A-17,SEC-2,HEC, DHURWA,(पुरानी विधानसभा के पीछे, गेट नंबर -1) रांची में सुबह 11 बजे से संध्या 5 बजे तक लोगों के दर्शनार्थ रखा जायेगा। वहीं सोमवार को भी सुबह 6 बजे से 11 बजे तक लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे। पुत्र अर्चित आनंद झारखंड में तलवारबाजी संघ के प्रेसिडेंट हैं।