नवादा में कर्ज से परेशान एक ही परिवार के आधा दर्जन लोगो ने खाई जहर।
बिहार के नवादा में एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने आत्महत्या कर ली। परिवार कर्ज से परेशान था और सभी ने एक मजार के पास जाकर जहर खा लिया। एक सदस्य की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। घटनाक्रम न्यू एरिया गढ़ का है। पुलिस के मुताबिक, परिवार के मुखिया समेत 6 सदस्यों ने जहर खाया था, जिनमें से 18 साल की बेटी साक्षी कुमारी ही जिंदा बची है। मृतकों में शामिल हैं – केदार लाल गुप्ता, उनकी पत्नी अनिता कुमारी, 20 वर्षीय गुड़िया कुमारी, 19 वर्षीय शबनम कुमारी और 17 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार। परिवार पर कर्ज था और पैसे मांगने वाले आए दिन परेशान कर रहे थे।
इस आत्महत्या के पीछे की पूरी कहानी एक सुसाइड नोट के जरिए बाहर आ गई है। यह सुसाइड नोट 8 नवंबर को परिवार के मुखिया केदार लाल गुप्ता ने लिखी। इस सुसाइड नोट में उनकी बेबसी साफ नजर आ रही है कि कैसे कर्ज के नाम पर उन्हें परेशान किया जा रहा था।
सुसाइड नोट में केदार लाल गुप्ता ने लिखा, ‘मैं अपने आप और महाजन के कर्ज से तंग आ चुका हूं, मैंने महाजन से जितना 4 से 5 साल में लिया उससे दोगुना-तिगुना ब्याज के रूप में दे चुका हूं, फिर भी उन लोगों ने मुझे पूरी तरह से बेबस कर दिया है, मैं बार-बार उन लोगों से 6 महीने का समय मांग रहा हूं, लेकिन वह मान नहीं रहे हैं।
दो पन्ने के सुसाइड नोट में केदार लाल गुप्ता ने लिखा, ‘शहर के न्यू एरिया मोहल्ले के मनीष सिंह, विकास सिंह, विजय सिंह, टुनटुन सिंह खटाल, डॉ. पंकज सिन्हा और गढ़ पर मोहल्ला के रणजीत सिंह से उन्होंने कर्ज लिया था, इन लोगों ने 5 साल में मुझे पूरी तरह बर्बाद कर दिया। इन्होंने नवादा में कई लोगों को बर्बाद कर दिया, यह समाज के दीमक हैं।’
केदार गुप्ता के बड़े पुत्र अमित ने खुलासा किया कि कर्ज देने वाले उसके भाई और बहन (मृतक केदार के बेटा-बेटी) को उठा लेने की धमकी दे रहे थे। खास कर मनीष सिंह नाम का शख्स ज्यादा परेशान करता था। लोग उसको टाइगर के नाम से भी बुलाते हैं। अमित ने पुलिस से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की है।