सीढ़ी से सेंटर में घुसीं छात्राएं, फिर भी परीक्षा देने से रहीं वंचित
सीढ़ी से सेंटर में घुसीं छात्राएं, फिर भी परीक्षा देने से रहीं वंचित
वर्तमान भारत, स्टेट डेस्क
मोतिहारी: बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान एक अजीबोगरीब घटना सामने आई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मामला मोतिहारी के एमजेके कन्या इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र का है, जहां 11 छात्राएं प्रथम पाली की परीक्षा में देरी से पहुंचीं, जिसके चलते उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया।
सीढ़ी लगाकर दीवार फांदकर घुसीं छात्राएं
शनिवार को हुई इस घटना में परीक्षार्थियों के देरी से आने पर अभिभावकों ने जुगाड़ लगाते हुए कहीं से सीढ़ी मंगवाई और छात्राओं को सेंटर की दीवार फांदकर अंदर भेज दिया। यह देख परीक्षा केंद्र में अफरातफरी मच गई। केंद्राधीक्षक लालबाबू साह को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर छात्राओं को परीक्षा केंद्र से बाहर निकाल दिया और गेट दोबारा बंद कर दिया।
छात्राओं और अभिभावकों ने किया हंगामा
परीक्षा से वंचित होने के कारण छात्राएं परीक्षा में बैठने की मांग पर अड़ गईं। उनके साथ आए अभिभावकों ने भी इसका विरोध किया और हंगामा करने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीओ श्वेता भारती और एएसपी शिखर चौधरी मौके पर पहुंचे। एसडीओ ने बताया कि परीक्षा नियमों के अनुसार, परीक्षार्थियों को केवल निर्धारित समय तक ही प्रवेश दिया जाता है, इसलिए उन्हें शामिल नहीं किया जा सकता।
जाम बना परीक्षा छूटने की वजह
छात्राओं और उनके अभिभावकों ने बताया कि शहर में लगे भारी जाम के कारण वे 10 मिनट देरी से पहुंचे। हालांकि, परीक्षा केंद्र के नियमों के तहत प्रथम पाली के लिए सुबह 9 बजे और द्वितीय पाली के लिए दोपहर 1:30 बजे के बाद किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाता।
परीक्षार्थियों ने कहा— जीव विज्ञान के लघु उत्तरीय प्रश्न थे कठिन
इधर, परीक्षा देकर निकले छात्र-छात्राओं ने बताया कि जीव विज्ञान की परीक्षा में लघु उत्तरीय प्रश्न थोड़े कठिन थे। मंगल सेमिनरी आदर्श परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकली रीया ने कहा कि परीक्षा संतोषजनक रही, लेकिन सवाल चुनौतीपूर्ण थे। वहीं, दीनदयाल बालिका उच्च विद्यालय सुगौली की छात्राओं आफरीन खातून, आरती और वैष्णवी ने भी माना कि शॉर्ट आंसर वाले सवाल कठिन थे।
परीक्षा के नियम सख्त, 30 मिनट पहले तक ही मिली अनुमति
बिहार बोर्ड द्वारा परीक्षा के नियम सख्त कर दिए गए हैं। परीक्षा दो पालियों में हुई, जिसमें प्रथम पाली सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक और द्वितीय पाली दोपहर 2 बजे से 5:15 बजे तक आयोजित हुई। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में 30 मिनट पहले तक ही प्रवेश की अनुमति थी। जिले में 64 परीक्षा केंद्र बनाए गए, जहां प्रथम पाली में 12,837 और द्वितीय पाली में 2,436 परीक्षार्थी शामिल हुए।
वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर चर्चा
यह मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इसकी जमकर चर्चा हो रही है। हालांकि, प्रशासन ने साफ कर दिया है कि परीक्षा के नियमों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। छात्राओं को विशेष परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाएगा, ताकि वे परीक्षा से वंचित न रहें।