सिवान पूरे देश में कोरोना महामारी का संकट झेलने के दो साल बाद इस बार जिला मुख्यालय सिवान सहित ग्रामीण इलाकों में बहुत ही उमंग और उत्साह के साथ दुर्गा पूजा की जा रही थी।
रविवार को पूजा पंडाल में माता दरबार के पट्ट खुलने के बाद सोमवार को मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा अर्चना की गई। सोमवार से ही रुक रुक कर हो रही बारिश ने दशहरा मेला घूमने के उत्साह में पानी फेर दिया है। खासकर बच्चों में दशहरा की मस्ती को बारिश ने किरकिरा कर दिया है। शाम में छह बजे जोरदार बारिश हुई। दुकानदार की उम्मीद धुल गयी। पूरे शहर के नाले उफान पर लेने लगे । पंडालों के आसपास कीचड़ भर आया। खुले में देहात क्षेत्र में खुले में जो पंडाल बनाया गया है वहा की प्रतिमाएं भी गीली होने लगी। जहा ज्यादा खर्च कर गुफा नुमा पंडाल बनाया गया है या पानिरोधी पंडाल बनाया गया है वहा पंडाल के बाहर कीचड़ ने हाल खराब कर रखा है।
गौरतलब है कि शहर के ज्यादातर पूजा पंडाल वाटर प्रूफ बनाए गए हैं। तेज बारिश होने के कारण उन्हें भी दिक्कत हुई। पूजा समिति और युवाओं की टोली इससे बहुत परेशान है। पूजा समिति के सदस्य सहित श्रद्धालु देवी मां के दर्शन पूजन के लिए पानी छोड़ने की प्रार्थना कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को दर्शन और पूजन के लिए पूजा पंडाल और देवी मंडप आने जाने में भी परेशानी हो रही है। हालांकि इसके बावजूद जैसे ही वर्षा रुक रही है। पूजा व दर्शन के लिए दर्शनार्थियों का हुजूम उमड़ रहा है। लोग बारिश में भी घूमने का मौका गवाना नहीं चाहते हैं। इसलिए ऑटो ई-रिक्शा और चार पहिया वाहन से छाता लेकर माता के दर्शन के लिए निकल रहे हैं। मौसम विभाग ने चार और पांच अक्तूबर को भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इससे श्रद्धालुओं में चिंतित हैं।