बिहार में दो बीपीएम का शिक्षकों से रिश्वत लेने का मामला; एक की सेवा समाप्त, दूसरे पर बैठी जांच
बिहार में दो बीपीएम का शिक्षकों से रिश्वत लेने का मामला; एक की सेवा समाप्त, दूसरे पर बैठी जांच
वर्तमान भारत, स्टेट डेस्क
मोतिहारी: मोतिहारी जिले के ढाका प्रखंड शिक्षा कार्यालय में दो ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम) के रिश्वतखोरी में शामिल होने का गंभीर मामला सामने आया है। वायरल हुए एक वीडियो में बीपीएम सुमित कुमार को स्पष्ट रूप से रिश्वत लेते हुए देखा जा सकता है, जिसके बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। इसके साथ ही, उनके सहयोगी मोहम्मद फरीद पर भी आरोप लगाए गए हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई
वायरल वीडियो में बीपीएम सुमित कुमार को एक शिक्षक से रिश्वत लेते हुए दिखाया गया है, जबकि मोहम्मद फरीद भी कार्यालय में मौजूद थे। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि इन दोनों अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से रिश्वत की मांग की जाती थी। रिश्वतखोरी से तंग आकर शिक्षकों ने यह वीडियो बनाकर सार्वजनिक कर दिया, जिससे मामला उजागर हुआ।
इस घटना के बाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) संजीव कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुमित कुमार की सेवाएं तुरंत समाप्त कर दीं। साथ ही, मोहम्मद फरीद के खिलाफ जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
पहले भी की गई थी शिकायतें
शिक्षकों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब इन अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें की गई हैं। पहले भी शिक्षकों ने दोनों बीपीएम के खिलाफ लिखित रूप से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि हर छोटे-बड़े काम के लिए रिश्वत मांगी जाती थी।
शिक्षा विभाग में हड़कंप
डीईओ की इस कार्रवाई के बाद प्रखंड शिक्षा कार्यालय में खलबली मची हुई है। अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में डर का माहौल है, और शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सवाल उठने लगे हैं। अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट और इसके बाद होने वाली कार्रवाई पर टिकी हैं।
पताही प्रखंड में बीपीएम की कमी पर सवाल
ढाका प्रखंड में जहां दो बीपीएम पदस्थापित हैं, वहीं पड़ोसी प्रखंड पताही में एक भी बीपीएम की नियुक्ति नहीं की गई है। यह स्थिति भी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है।
इस घटना ने शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के एक और मामले को उजागर किया है, और इस मामले में आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें हैं।