पूर्वी चंपारणबिहार

मोबाइल गेम की लत ने युवक को अस्पताल पहुंचाया: पेट से निकले चाबी, कैंची, और अन्य धातु के सामान

मोबाइल गेम की लत ने युवक को अस्पताल पहुंचाया: पेट से निकले चाबी, कैंची, और अन्य धातु के सामान

वर्तमान भारत, स्टेट डेस्क 

मोतिहारी: मोबाइल गेम की लत ने एक 20 वर्षीय युवक को गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचा दिया। शनिवार रात को एक ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने युवक के पेट से कई धातु की वस्तुएं, जैसे कि चाबी का गुच्छा, कैंची, नेल कटर, चाकू, और अन्य लोहे के सामान निकाले। यह घटना मोतिहारी के चांदमारी इलाके की है।

युवक को लंबे समय से पेट दर्द की शिकायत थी। जब स्थिति असहनीय हो गई, तो परिजनों ने उसे मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। डॉक्टर अमित कुमार के नेतृत्व में एक घंटे तक चले ऑपरेशन में युवक के पेट से ये सभी धातु के सामान निकाले गए। ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने बताया कि फिलहाल युवक की स्थिति स्थिर है और वह खतरे से बाहर है।

मानसिक संतुलन बिगाड़ने वाली मोबाइल गेम की लत

परिजनों के अनुसार, युवक को मोबाइल गेम खेलने की गहरी लत थी। वह खतरनाक वीडियो गेम्स का आदी हो चुका था, और हारने पर वह अत्यधिक परेशान हो जाता था। इसी लत के चलते उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया और उसने एक के बाद एक धातु की वस्तुएं निगलनी शुरू कर दीं। जब परिजनों को घर का सामान गायब होने का शक हुआ, तो युवक से पूछताछ की गई। पहले तो वह बात टालता रहा, लेकिन बाद में उसने खुलासा किया कि उसने सभी सामान निगल लिए हैं। परिजन उसकी बातों पर पहले यकीन नहीं कर पाए, लेकिन जब पेट दर्द असहनीय हो गया और अस्पताल में जांच की गई, तो हकीकत सामने आई।

अभिभावकों से डॉक्टरों की अपील

डॉ. अमित कुमार ने बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है और मोबाइल गेम की लत ने उसकी हालत और भी खराब कर दी। युवक के माता-पिता ने मीडिया से अपील की है कि उनके बेटे की पहचान उजागर न की जाए। इस घटना के बाद डॉक्टरों ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों के मोबाइल और वीडियो गेम के इस्तेमाल पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर सख्त कदम उठाएं, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

यह घटना इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि अत्यधिक मोबाइल गेम खेलने की लत किस प्रकार मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। अभिभावकों को अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है ताकि समय रहते ऐसी खतरनाक प्रवृत्तियों को रोका जा सके।

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