संसद पर हमले के 22 साल, PM मोदी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
संसद पर हमले के 22 साल, PM मोदी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
वर्तमान भारत, सेंट्रल डेस्क
नई दिल्ली: संसद भवन पर 2001 में हुए आतंकवादी हमले की 22वीं बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेता मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन के बाहर बने श्रद्धांजलि स्थल पर शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि संसद हमले में शहीद हुए जवान देश के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूतों की श्रेणी में आते हैं। उनकी वीरता और बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसद हमला भारत की लोकतंत्र और संप्रभुता पर हमला था। लेकिन, भारतीय सुरक्षा बलों ने इस हमले का डटकर मुकाबला किया और आतंकियों को मार गिराया। उन्होंने कहा कि इस हमले से देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि संसद हमले ने देश को झकझोरकर रख दिया था। लेकिन, इस हमले ने देश को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में और मजबूत बनाया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि संसद हमला भारत की लोकतंत्र के लिए एक काला दिन था। लेकिन, इस हमले ने देश में एकजुटता की भावना को और मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार कटिबद्ध है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद हमले में शहीद हुए जवान देश के लिए अमर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी वीरता और बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद हमला भारत की लोकतंत्र पर हमला था। उन्होंने कहा कि इस हमले से देश को सबक लेना चाहिए और आतंकवाद को हराने के लिए मजबूत कदम उठाने चाहिए।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि संसद हमला भारत के लिए एक दुखद घटना थी। उन्होंने कहा कि इस हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
संसद हमले में 9 जवान शहीद हुए थे। इनमें 5 सीआरपीएफ के, 3 दिल्ली पुलिस के और 1 इंटेलिजेंस ब्यूरो का जवान शामिल था। हमले में कई अन्य लोग भी घायल हुए थे।