समाजसेवी ने जिलाधिकारी क़ो पत्र लिख शराबबंदी कानून की बिसंगतियों क़ो दर्शाया
वर्तमान भारत, स्टेट डेस्क
विकासशील इंसान पार्टी के जिलाध्यक्ष व सीवान के प्रसिद्ध समाजसेवी श्री निवास यादव ने जिलाधिकारी क़ो पत्र लिखकर पांच प्रमुख बिंदुओं पर पुलिस बल द्वारा शराबबंदी कानून क़ो पूर्ण रूप से बंद करवाने में लापरवाही बरतने व निर्दोष गरीब लोगो क़ो पुलिस द्वारा पकड़ कर आर्थिक व मानसिक दोहन करने का आरोप लगाते हुए इस पर तत्काल रोक लगाने व इसकी आंतरिक जांच करवा कर गरीबों क़ो न्याय व इन बिसँगतियों में शामिल लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।समाजसेवी द्वारा जिलाधिकारी से निम्नलिखित पांच प्रमुख बिंदुओं पर कारवाई की मांग की है।
1.शराब पीने वालों के परिजनों को बुलाकर 5-6हजार रुपये लिए जा रहे है जबकि कोर्ट में 2500 रुपये फाइन सहित बेल हो जाता है ।
2. शराबी के पास बाइक होने पर बाइक के मूल्य का आधा पैसा पुलिस द्वारा मांगा जाता है नही देने पर शराब बिक्री में अभियुक्त बना बाइक जप्त कर ली जाती है ।
3.पुलिस अपने टारगेट वाले दिन बहुत सारे निर्दोष लोगो क़ो पकड़ती है जिनमे वैसे लोग भी होते है जिन्होंने कभी जिंदगी में शराब या कोई अन्य नशा किया हो। उनको पकड़ कर थाने लाया जाता है और जांच मशीन में पहले से ही शराब डाल दी जाती है और फिर उस व्यक्ति से फुकवाया जाता है ताकि उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आ सके। और इस प्रकार निर्दोष लोगो से वसूली की जाती है और पैसा नहीं मिलने पर जेल भेजा जाता है।
4.शराब तस्करों से पकड़ा गया शराब अगल बगल की दुकानों पर रखवा कर अपनी देखरेख में विकवाया जाता है।
5.पुलिस द्वारा तस्कर को गिरफ्तार करने के उपरांत अन्य बेकसूर लोगों को भी सहयोगी या लाइनर बता पुलिस द्वारा वसूली की जाती है या फिर प्राथमिकी में नाम डाल दिया जाता है ।