बिहार के लाल का कमाल,मुकेश का हुआ भारतीय क्रिकेट टीम में चयन।
मुकेश के दिवंगत पिता ऑटोरिक्शा के चालक थे।
बिहार के गोपालगंज जिले के गोपालगंज सदर प्रखंड के मानिकपुर गांव निवासी काशीनाथ सिंह के पुत्र मुकेश कुमार ने जिले व राज्य का नाम रोशन किया है। तेज गेंदबाज मुकेश कुमार का चयन इंडिया ‘ए’ क्रिकेट टीम में हुआ है। न्यूजीलैंड ‘ए’ क्रिकेट टीम के विरूद्ध स्वदेश में होनेवाली शृंखला के लिए इनका चयन हुआ है।
वर्ष 2008-09 में जिले में आयोजित एक क्रिकेट टूर्नामेंट में मुकेश ने पहली बार अपनी शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था। टूर्नामेंट के कुल सात मैच में एक हैट्रिक सहित कुल 34 विकेट लेकर उन्होंने अपने दमखम व प्रतिभा का परिचय दिया था। इस दौरान जिला क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी सत्यप्रकाश नरोत्तम और उस समय के हेमन ट्रॉफी के जिला क्रिकेट टीम के कप्तान अमित सिंह की उसपर नजर पड़ी। इसके बाद मुकेश को जिला क्रिकेट टीम में शामिल किया गया।
मुकेश कुमार जल्द ही इंडिया-ए टीम के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए नजर आएंगे। मुकेश बिहार के गापेालगंज के छोटे से गांव काकड़कुंड के रहने वाले हैं, जहां उन्होंने गांव की गलियों में क्रिकेट सीखा है। यहां मिंज स्टेडियम में टैलेंट सर्च प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और बेहतर गेंदबाजी के तौर पर जिला क्रिकेट टीम में शामिल हुए। इसके बाद बंगाल टीम से रणजी और अंडर-19 में बेहतर प्रदर्शन किया. अब बिहार का यह सितारा क्रिकेट जगत में चमक रहा है, जहां वह अपने शानदार खेल की छाप छोड़ रहा है।
क्रिकेटर मुकेश कुमार बेहद साधारण परिवार से आते हैं. घर की माली हालत ठीक नहीं थी। तब उनके पिता कोलकाता में ऑटो चलाते थे। साथी क्रिकेटर और आस पड़ोस के लोग गेंद और कीट खरीदने के लिए पैसा देते थे। मुकेश की मां बताती हैं कि बेटे को बचपन से क्रिकेट खेलने का शौक था। टीवी पर जब भी बेटे को देखती हैं मां की आंखों से आंसू आ जाते हैं। डबडबाइ आंखों से मां मालती देवी कहती हैं कि आज मुकेश के पिता जिंदा होते तो और खुशी होती। मुकेश के पिता काशीनाथ सिंह का पिछले साल निधन हो गया।