पूरे देश में लगभग हर राज्य मानसून के कारण मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। कही कहीं तो बाढ की समस्या भी गहराने लगी है। जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार में औसत से कम बारिश के कारण सूखाड़ का संकट गहराने लगा है। हालांकि, 16 जुलाई के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान राहत देने वाला है। उत्तरी ओडिशा पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही उत्तर प्रायद्वीपीय भारत में एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा चल रही है। इससे अगले 3-4 दिनों में मध्य, दक्षिण-पश्चिम भारत और इसके आसपास के क्षेत्रों में रुक-रुक कर और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
आपको बता दें कि ओडिशा, गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग क्षेत्रों में 100 मिमी / दिन से अधिक वर्षा संभव है। इन इलाकों में मंगलवार से बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। वहीं, बंगाल की खाड़ी से दक्षिण और दक्षिण-पश्चिमी नमी वाली हवाओं का प्रभाव बढ़ेगा और शनिवार से एक बार फिर पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार 16 जुलाई को जारी मौसम अपडेट्स के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान और तटीय आंध्र प्रदेश में गरज के साथ छिटपुट बौछारें पड़ने की संभावना है। उत्तर प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बिजली गिरने की संभावना है।